सूर्य गृहमाला में सबसे ज्यादा महानवपूर्ण और बड़ा ग्रह है या जीवन शक्ति का कारक है या ग्रह आत्म कारक इसका तत्व अग्नि तत्व है इसे प्रभाव शरीर के खून ब्लड प्रेशर ऑक्सीजन रेड की हदी रक्त वाहिनी इन सब प्रति रवि का प्रभाव होता है
रवि का रंग लाल सुनहारा पिला और केसरिया होता है सोना चंडी हायर मोती जेवर बड़े कारखाने 12 करोबार हरे करोबार के बड़े अधिकारी सरकार कचहरी में काम करने वाले बड़े अधिकारी पिता मान सम्मान स्वाभिमान और न्यायधीश रवि से प्रभावित होते हैं इसिप्स विधायक उच्च पदाधि मंत्री जैसे रवि से प्रभाव होते हैं। होते हैं अगर सूर्य लगन द्वितीया पंचम नवम और दशम भाव का स्वामी होतार बलवान हो तो ही कर सकते हैं जैसे की तीसरे भाव का स्वामी होता है सुर अगर बलवान होता है तो ऐसा व्यक्तित्व साहसी होता है चौथे भाव को स्वामी होता है बहुत चौड़ी होती है आदमी विशाल होता है इस्का मकान बहुत बड़ा होता है इसकी मन बहुत महान होता है ऐसा व्यक्ति के पास जमीन जायदाद की कोई काम नहीं होता जैसा के मैं अगर पंचम भाव को स्वामी होता है
सूर्य बलवान हो तो ऐसा व्यक्ति का पुत्र बहुत महान होता या दुनिया में नाम रोशन करता है इनकी मंत्र शक्ति बहुत तेज होती है सूर्य पिता का भी कारक होता है अगर किसी का सूर्य कुंडली में नीचे होता है से संबंध अच्छे नहीं रह सकते हैं उसके पिता का बीपी का भी लक्षण हो सकता है आईएसआई तरह से हम कुंडली में हर एक भाव का विशाल कर सकते हैं