महाशिवरात्रि-. इस बार महा शिवरात्रि पर। विशेष पंच ग्रही योग मकर राशि में बन रहा है। शिवरात्रि..निशिथ काल(रात12-3) में करे तो और भी शुभ होता है..शिवरात्रि इसबार 1 मार्च 2022 की मनौस जाएगा..मुहूर्त..चतुर्दशी…1 मार्च 2022. समय..पहले प्रहर की पूजा.. 6.21 बजे_9.27 बजे, दशहरा प्रहर-9.27-12,33 पूर्वाह्न, 2 मार्च को12.33 पूर्वाह्न _3.39 सुबेह। ये तीसरे प्रहर की और चौथे। प्रहर की 2मार्च को हाय। 3.39 पूर्वाह्न _6.45 अपराह्न तक शिवरात्रि।
बहुत शुभ .. हिंदू मणि जाति है। इस्फिन भगवान शिव और मास पार्वती जी का शिंग विवाह हुआ ऐसा कहा जाता है.. हिंदू पंचांग में फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि का व्रत पूजन। हरसौलास से करते हैं। विधि। पूजन की. सुभ नाहधोकर। एक लोटे में जल..दूध। गंगा जल भी मिला केर शिवलिंग प्रति दलते हैं फिर चौक अक्षय चंदन से लाप करते हैं शिवलिंग की..फूल, आक, धतूरा,. जनाऊ, शिवलिंग प्रति अर्पण करते हैं..और मास पार्वती की भी फूल सिंदूर लगाते हैं.. आशीर्वाद लेते हैं सब… इसमे फलाहारी ही करते हैं. सेनेगल नानक खाना सक्ते हैं….मीठा भोग लगा केर प्रसाद बंट ते हैं..ओम नमः शिवाय का जप, और महा मृत्युंजय जप भी करते हैं। आरती सब केरके खुशी मनाजेर पूजा संपन्न होती है